Great Indian Saint Shri Tulsi Das ji has written following verse no 37 in Sundar Kand of well known and highly regarded master piece of Indian Vedic Wisdon ie Shri Ram Charit Manas
सचिव बैद गुरु तीनि जौं प्रिय बोलहिं भय आस | राज धर्म तन तीनि कर होइ बेगिहीं नास ||
अर्थ : मंत्री, वैद्य और गुरु —ये तीन यदि भय या लाभ की आशा से (हित की बात न कहकर ) प्रिय बोलते हैं तो (क्रमशः ) राज्य,शरीर एवं धर्म - इन तीन का शीघ्र ही नाश हो जाता है |
“सूंदर कांड श्लोक संख्या 37 - श्री राम चरित मानस” गोस्वामी तुलसी दास जी द्वारा रचित
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